डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि अनुसंधान एवं विकास के मोर्चे पर तत्काल लोगों की जीवन रक्षा और दीर्घावधि के टीके एवं उपचार विकसित करने पर काम चल रहा है। यह जरूरी है कि विभिन्न संस्थानों में चल रहे अनुसंधानों के बीच समन्वय स्थापित किया जाये।
उन्होंने कहा कि अभी जिन दवाओं का क्लिनिकल परीक्षण चल रहा है यदि वे प्रभावशाली पाये जाते हैं तो हमें उनकी पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित करनी होगी। कोविड-19 के कारण दवाओं की आपूर्ति में उत्पन्न हुई बाधाओं पर डब्ल्यूएचओ नजर रख रहा है। इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देश चीन दुनिया भर के दवा उद्योग के लिए सक्रिय संघटक का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। चीन में हालाँकि अब उत्पादन दुबारा शुरू हो गया है, लेकिन अब भी कुछ चुनौतियाँ हैं। डब्ल्यूएचओ अनिवार्य दवाओं जैसे एंटीबायोटिक, दर्द निवारक तथा मधुमेह, तनाव, एचआईवी, टीबी और मलेरिया जैसी बीमारियों की दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर ध्यान दे रहा है।